सामान्य विज्ञान : परमाणु तथा इसकी सरंचना भाग I
परिभाषा : "किसी पदार्थ का छोटे से छोटा कण जिसे और अधिक नहीं तोड़ा जा सकता, परमाणु कहलाता है।"
जब किसी पदार्थ को तोड़ा जाता है तो इसका सबसे छोटा कण परमाणु होता है। जिसे और अधिक नहीं तोड़ा जा सकता है।
परमाणु की सरंचना : परमाणु की सरंचना को समझने के लिए विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा अनेक सिद्धांत दिए गए जिनमें से कुछ प्रमुख सिद्धांत निम्न हैं।
अलग पदार्थों के परमाणु अलग-अलग होते हैं।
(ii) परमाणु अविभाज्य होता है अर्थात परमाणु को और
अधिक विभाजित नहीं किया जा सकता है।
Note : परमाणु की सरंचना से सम्बंधित सिद्धांत
सर्वप्रथम डॉल्टन ने दिया था।
डॉल्टन का सिद्धांत परमाणु की सरंचना को समझाने का
प्रथम प्रयास था और यह परमाणु के बारे
पर्याप्त जानकारी नहीं दे सका था फिर भी इसने परमाणु के बाहरी स्वरुप के बारे में कुछ महत्वपूर्ण
जानकारी प्रदान की जिसके बाद परमाणु की सरंचना को समझने में सहायता मिली।
डॉल्टन के परमाणु सिद्धांत की कमियां : हालाँकि इस सिद्धांत में बहुत सारी कमियां थी फिर भी कुछ
महत्वपूर्ण कमियां निम्न हैं -
(i) प्रकाश विद्युत प्रभाव
(ii) तापायनिक उत्सर्जन
( प्रकाश विद्युत प्रभाव तथा तापायनिक उत्सर्जन के बारी में बाद में आगे वाली पोस्ट में विवेचन किया
गया है। )
जब किसी पदार्थ को तोड़ा जाता है तो इसका सबसे छोटा कण परमाणु होता है। जिसे और अधिक नहीं तोड़ा जा सकता है।
परमाणु की सरंचना : परमाणु की सरंचना को समझने के लिए विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा अनेक सिद्धांत दिए गए जिनमें से कुछ प्रमुख सिद्धांत निम्न हैं।
- डॉल्टन का परमाणु सिद्धांत : डॉल्टन के परमाणु सिद्धांत के अनुसार "प्रत्येक पदार्थ छोटे-छोटे कणों से मिलकर बना होता है, इन कणों को ही परमाणु कहते हैं। "
अलग पदार्थों के परमाणु अलग-अलग होते हैं।
(ii) परमाणु अविभाज्य होता है अर्थात परमाणु को और
अधिक विभाजित नहीं किया जा सकता है।
Note : परमाणु की सरंचना से सम्बंधित सिद्धांत
सर्वप्रथम डॉल्टन ने दिया था।
डॉल्टन का सिद्धांत परमाणु की सरंचना को समझाने का
प्रथम प्रयास था और यह परमाणु के बारे
पर्याप्त जानकारी नहीं दे सका था फिर भी इसने परमाणु के बाहरी स्वरुप के बारे में कुछ महत्वपूर्ण
जानकारी प्रदान की जिसके बाद परमाणु की सरंचना को समझने में सहायता मिली।
डॉल्टन के परमाणु सिद्धांत की कमियां : हालाँकि इस सिद्धांत में बहुत सारी कमियां थी फिर भी कुछ
महत्वपूर्ण कमियां निम्न हैं -
(i) प्रकाश विद्युत प्रभाव
(ii) तापायनिक उत्सर्जन
( प्रकाश विद्युत प्रभाव तथा तापायनिक उत्सर्जन के बारी में बाद में आगे वाली पोस्ट में विवेचन किया
गया है। )
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