चिरसम्मत भौतिकी (Classical Physics) की परिभाषा तथा क्षेत्र
चिरसम्मत भौतिकी (Classical Physics)
भौतिकी की परिभाषा (Read Here)
चिरसम्मत भौतिकी का कार्यक्षेत्र
- यांत्रिकी (Mechanics) : इसमें प्रकाश के वेग की तुलना में काफी कम वेग से गतिमान कणों की गति का अध्ययन किया जाता है. इसमें निम्न विषय शामिल किये जाते हैं.
- स्थैतिकी Statics (इसमें स्थिर वस्तुओं का अध्ययन किया जाता है.)
- गतिकी Dynamics (इसमें गतिशील वस्तुओं का अध्ययन किया जाता है.)
- तरल यांत्रिकी Fluid Mechanics (द्रव एवं गैस की गति का अध्ययन किया जाता है.)
- वायु गतिकी Aerodynamics (हवा में उड़ने वाली वस्तुओं का अध्ययन)
- उष्मागतिकी (Thermodynamics) : भौतिक विज्ञान की इस शाखा के अंतर्गत उष्मा ऊर्जा के प्रवाह तथा विनिमय का अध्ययन किया जाता है.
- तरंग गति (Wave Motion) : तरंग किसी भी माध्यम में विक्षोभ के माध्यम से ऊर्जा के स्थानांतरण की प्रक्रिया है. इसका अध्ययन तरंग गति में किया जाता है.
- प्रकाशिकी (Optics) : भौतिक विज्ञान की वह शाखा जिसमें प्रकाश तथा उसकी विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है प्रकाशिकी कहलाती है. प्रकाशिकी मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है.
- विद्युत चुंबकत्व (Electromagnetism) : इसमें स्थिर, गतिशील तथा त्वरित रूप से गतिशील आवेश तथा उससे उत्पन्न विद्युत् तथा चुंबकीय प्रभावों का अध्ययन किया जाता है.
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